सांठगांठ वाले पूंजीपति और लालची राजनेता सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों को बर्बाद कर रहे हैं।

1947 में जब भारत को आजादी मिली, तो उसके पास बहुत कम पैसा था और उसके सामने राष्ट्र निर्माण का …